चंद्रमा ग्रह का बारह घरों पर प्रभाव : effect of the moon in the 12 houses of horoscope
प्रथम घर -: यह जातक रोमांटिक, आधुनिक कौशल, अधीर,
आदर्शवादी और शोधकर्ता होते हैं। इनका भाग्य क्षीण होता है।
दूसरा घर -: चंद्रमा के दूसरे भाव में होने पर जातक का
जन्म किसी संपन्न परिवार में होता है। वह महिलाओं के जरिए पैसा कमाता है। इनकी
आर्थिक स्थिति अस्थिर होती है।
तीसरा घर -: तीसरे भाव में चंद्रमा के पीडित होने पर
जातक चरित्रहीन बनता है। उसके प्रोफेशन में बदलाव आते हैं एवं इन्हें ट्रैवल करना
ज्यादा पसंद होता है। यह जिज्ञासु प्रवृत्ति के होते हैं।
चौथा घर -: इन जातकों का अपना घर होता है। इन्हें
अपने संबंधियों से सम्मान प्राप्त होता है। यह अहंकार और झगड़ालू होते हैं। यदि
चंद्रमा पीडित है तो जातक को अपनी माता से दूर जाना पड़ता है।
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पांचवां घर -: यह जातक ईमानदार, ज्ञानी और भगवान पर विश्वास रखने वाले होते हैं। इन्हें अधिकारी एवं सलाहकार
के रूप में अपने राज्य की सेवा करने का मौका मिलता है। संतान से सुख मिलता है।
छठा घर -: छठे भाव में चंद्रमा के होने पर जातक को पेट
संबंधी समस्याएं रहती हैं। इस भाव में चंद्र की उपस्थिति के कारण ‘बलरिष्ठा’ योग
का निर्माण होता है। आपको बता दें कि इस योग में जन्म के कुछ समय बाद ही मृत्यु
संभव है। बचपन में इन्हें स्वास्थ्य समस्याएं रहती हैं।
सातवां घर -: यह जातक दूसरों से ईर्ष्या भाव रखते हैं एवं इनका
ज्यादा रूझान शारीरिक संबंध बनाने में रहता है। छोटी उम्र में ही यह जातक अपनी
माता को खो देते हैं। सुंदर जीवनसाथी होने के बावजूद इनके विवाहेत्तर संबंध होते
हैं।
आठवां घर -: यह जातक गलतफहमी में रहते हैं एवं इन्हें
कम उम्र में ही अपनी माता को खोना पड़ सकता है। यह अकसर बीमार रहते हैं अथवा इन्हें
मानहानि झेलनी पड़ सकती है। इनकी आंखें कमजोर होती हैं।
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नौंवां घर -: नौंवें भाव में चंद्रमा के उपस्थित
होने के कारण जातक भाग्यशाली, धनी और प्रसिद्ध होता है। इन्हें अधिक पुत्रों की प्राप्ति
होती है एवं कई दोस्तों का साथ भी मिलता है।
दसवां घर -: इस भाव में चंद्रमा के होने पर जातक
धार्मिक, धनी,
पुण्यात्मा, कलाकार और साहसी बनता है। इनके
जीवन में कई महिलाएं आती हैं एवं इन्हें अनेक गहनों की प्राप्ति होती है।
ग्यारहवां घर -: यह जातक महिलाओं की सहायता करते
हैं। यह स्वयं का निरीक्षण कर अपनी गलतियों का सुधार करते हैं साथ ही यह शांत स्वभाव
के होते हैं। यह प्रसिद्ध व्यापारी बनते हैं।
बारहवां घर -: इन जातकों के किसी शारीरिक अंग में
असमानता देखी जाती है। यह क्रूर एवं कठोर होते हैं। यह एकाकी एवं बुरा जीवन व्यतीत
करते हैं। इनकी आंखें कमजोर होती हैं।
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