मंगल की शांति के उपाय मंत्र और रत्न Remedies for Mars
Remedies for Mars:
Ø Red
flowers should be offered in running streams
Ø Eat
Jaggery and pulses and offer sweets in flowing water on Tuesday
Ø Wear
rudraksha beads tightened in copper wire
Ø Offer
water on shiva linga
Ø Recite
Hanuman Chalisa or lord shiva Chalisa or rudrashtkam daily
Ø Offer
lights in Hanuman temple and recite Bajrang Baan there only.
Ø Fast on
Tuesdays and Saturdays for a year or for 21 or 45 Tuesdays and Saturdays
मंगल ग्रह की शांति के उपाय -:
- लाल पुष्पों को जल में प्रवाहित करें।
- मंगलवार को गुड़ व मसूर की दाल का सेवन जरूर करें
एवं रेवडियां पानी में विसर्जित करें
- आटे के पेड़े में गुड व चीनी मिलाकर गाय को
खिलायें और मीठी रोटियों का दान करें
।
- ताँबे के तार में डाले गये रूद्राक्ष की माला
धारण करें तथा मंगलवार को शिवलिंग पर जल चढ़ावें।
- भगवान शिव या हनुमान जी के नित्य दर्शन करें और
हनुमान चालीसा या महामृत्युन्जय मंत्र की रोजाना कम से कम एक माला का जाप करे।
हनुमान जी के मन्दिर में दीपदान करें तथा बजरंग बाण का प्रत्येक मंगलवार को पाठ
करे
- शुक्ल पक्ष के पहले मंगलवार से 21 या 45 मंगलवार
तक अथवा पूरे वर्ष मंगलवार का व्रत करें। गुड़ का बना हलवा भोग लगाने व प्रसाद
बाँटने के काम में लाये और सांयकाल को वही प्रसाद ग्रहण करें
- जिस मंगलवार को व्रत करें उस दिन बिना नमक का
भोजन एक बार विधिवत मंगल की पूजा अर्चना कर ग्रहण करें।
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Mars is a cruel and fiery planet that appears copper-red in color. The
mantras for Mars are as follows:
Vedic Mantra:
“ऊँ
अग्निमूर्धादिव: ककुत्पति: पृथिव्यअयम। अपा रेता सिजिन्नवति ।”
Tantrik Mantra:
ऊँ हां हंस: खं ख:
ऊँ हूं श्रीं मंगलाय नम:
ऊँ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम:
Gayatri Mantra:
ऊँ क्षिति पुत्राय विदमहे लोहितांगाय धीमहि-तन्नो
भौम: प्रचोदयात
Beej Mantra:
ॐ ॐ अंगारकाय नम:।
आकाश में स्थित नौ ग्रहों में से मंगल ग्रह एक
क्रूर ग्रह है। जो कि रंग में तांबे की तरह लाल दिखाई देता है। मंगलवार को किए गए
ये उपाय मंगल की पीड़ा को कम करते हैं। वहीं इसकी क्रूर नजर के दोष को कम करते
हैं। मंगल के कुप्रभाव को कम करने के उपाय :
मंगल के लिए वैदिक मंत्र -:
“ऊँ
अग्निमूर्धादिव: ककुत्पति: पृथिव्यअयम। अपा रेता सिजिन्नवति ।”
मंगल के लिए तांत्रोक्त मंत्र -:
ऊँ हां हंस: खं ख:
ऊँ हूं श्रीं मंगलाय नम:
ऊँ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम:
मंगल गायत्री मंत्र -:
ऊँ क्षिति पुत्राय विदमहे लोहितांगाय धीमहि-तन्नो
भौम: प्रचोदयात
मंगल के बीज मंत्र
ॐ ॐ अंगारकाय नम:।
Red coral is the stone for
Mars and can be worn if Mars is debilitated in a horoscope or it is benefic in
nature for the ascendant.
Otherwise one can wear
Jasper, red garnet, red pearl as substones.
मंगल ग्रह का रत्न मूंगा है। मंगल क्रूर होने, नीच स्थान में होने या
फिर फलदायी होने पर उसके बुरे फल से बचाव हेतु मूंगा धारण करना चाहिए।
यदि इसे खरीदा जाना किसी के लिए संभव न हो तो वह संग मूंगी, लाल तामड़ा, लाल जेस्पर,
कहरूवा (अम्बर) अथवा विद्रुम मणि धारण कर सकते हैं।
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